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बनासो मंदिर

दिशा
श्रेणी धार्मिक

बनासो मंदिरः आस्था और धार्मिक विश्वास का केंद्र

झारखंड के पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल

पर्यटन स्थल : बनासो मंदिर

ग्राम/प्रखंड : जारंगडीह, चास

श्रेणी : D (स्थानीय पर्यटन स्थल)

जिला मुख्यालय से दुरी : 55 km (सड़क मार्ग से दुरी)

Coordinates: 23.773324° N, 85.921460° E

बोकारो जिला अंतर्गत बेरमो प्रखण्ड के जारंगडीह में स्थित बनासो मंदिर कई दशक से आस्था का केन्द्र बना हुआ है।

मंदिर का इतिहासः-

मान्यता के अनुसार एक व्यक्ति जब वह अपने खेत का मेढ़ काट रहे थे उस वक्त एक पत्थर पर कुदाल लगा। कुदाल लगने के कारण पत्थर से दूध और खुन का धार एक साथ बह निकला। जिसके बाद उस छोटे से पत्थर को देवी का अवतार मान कर उसी स्थल पर स्थापित कर मंदिर का निर्माण कराया गया।

बेल का पेड़ पूजनीय

बनासो मां बनासो का स्थल एक बेल का पेड़ है। उसके कोटरे में मां का निवास माना जाता है। यहां मन्नत मांगने वाले कभी खाली हाथ नहीं लौटते।

पहाड़ी नदी बढ़ाती शोभा :

यह मंदिर कोनार नदी के किनारे अवस्थित है जो इसकी प्राकृतिक सौदर्य को और भी मनमोहक बनाती है। यहां एक ओर जहां रेललाइन से सटी पहाडियां है, तो दूसरी ओर कोनार नदी की कलकल बहती जलधारा। यहां आने वाले दूसरे राज्यों के लोग प्राकृतिक छटा को देखकर मोहित हो उठते है। बेल का पेड़ अपने आप में अ‌द्भुत के

पधारने का उचित समय

बनासो मंदिर का दौरा करने का सबसे अच्छा समय नवरात्रि के दौरान है, जब यहां विशेष पूजा और उत्सव आयोजित किए जाते हैं। हालांकि, भक्त वर्ष भर यहां आकर मां बनासो का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे पहुंचें:

बाय एयर

निकटतम हवाई अड्डाः बिरसा मुंडा हवाई अड्डा (IXR), रांची

ट्रेन द्वारा

निकटतम रेलवे स्टेशनः जारंगडीह रेलवे स्टेशन

सड़क के द्वारा

निकटतम बस स्टैंडः जारंगडीह बस स्टैंड